क्या बीमा कराना एक मूर्खता है ! हम हमारा पैसा आपके हाथ में देकर इंतजार करते बैठना, इसे मुर्खता नहीं तो क्या कहेंगे. भारत में ऐसी सोचवाले व्यक्तियों की कमी नहीं . लेकिन जरा ठन्डे दिमाग से सोचे कि सेकड़ो बीमा कम्पनियों ने भारत में तथा दुनिया भर में अपने कार्यालय क्यों स्थापित किये है? और रोज लाखो करोडो लोग बीमा क्यों कराते है ? क्या ये सब मुर्ख है? जब हम इन सबका गहराई विचार करेंगे तो हमें बीमें का महत्व समझने लगेगा. अत्यंत कठिन परिस्थिति में आर्थिक मदत करने की जो शक्ति बीमा पॉलिसी में है, शायद ही किसी अन्य साधनों में है। इसलिए बीमा कराना अत्यंत जरुरी है।
जीवन बीमा दो व्यक्तियों - बीमा करानेवाले और बीमा करनेवाले - के बीच ऐसा अनुंबंध है जिसके अनुसार बीमा करानेवाला निश्चित अवधि तक सामयिक अदायगियों के बदले एक निश्चित धनराशि प्राप्त करने का वचन लेता है और बीमा करानेवाला उन निर्धारित अदायगियों के बदले एक निश्चित रकम निश्चित समय पर अदा करने का वचन देता है। बीमा के आधार के बारे में सोचने पर पता चलता है कि बीमा एक तरह का सहयोग है।
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में हर क्षण और हर कदम पर जोखिम है । कब क्या होगा कुछ कहा नहीं जा सकता। ऐसे में हमारे जीवन पर बीमा कराके हम अपने परिवार को आर्थिक सुरक्षा कवच पहनाते है. बीमा पॉलिसी खरीदकर हम अपने बच्चो कि उच्चा शिक्षा का प्रबंध करते है। अपने बिटिया कि शादी के खर्च का प्रबंध करते है तथा अपने सुखद रिटायमेंट का भी प्रयोजन करते है ।
बीमे Life Insurance के बारें में ५ महत्वपूर्ण बातें !
कोई भी FINANCIAL PLANNING बिना लाइफ इन्सुरंस के पूर्ण नहीं हो सकती. यदि आप FINANCIAL PLANNING कर रहे है या फिर भविष्य में करेंगे तो लाइफ इन्सुरंस के बारें में कुछ महत्वपूर्ण बातें जान लेना उचित होगा. आज बाजार में कई कम्पनियां मौजूद है . विकल्पों कि कोई कमी नहीं है. TV Channel लगाइए, कोई न कोई लाइफ इन्सुरंस कंपनी का प्रचार करते दिख ही जायेगा. कोई चिल्ड्रेन प्लान बेच रहा है.. तो कोई पेंशन प्लान के लिए लुभा रहा है . ऐसे में आप यदि CONFUSE हो जाते है तो आपकी गलती नहीं है . किस व्यक्ति के लिए कौनसा प्लान सही है ये कई बातों पर निर्भर करता है. जैसे कि वह व्यक्ति लाइफ के किस स्टेज पर है , उसकी उम्र क्या है , उसकी जिम्मेदारियां क्या है?
1. पहले जानिये कि आपका Life Insurance कितना होना चाहिए ...
Life Insurance ये वो धन है जो व्यक्ति की मृत्यु पर उसके परिवार वालों को मिलता है. Thumb Rule कहता है की एक सामान्य व्यक्ति के पास अपनी सालाना कमाई का 10 – 12 गुना जीवन बीमा होना ही चाहिए. For Example: यदि आपकी सालाना कमाई 5 Lakhs है तो आपके पास 50 – 60 लाख का Life Insurance होना चाहिए. इसके पीछे का logic ये है की यदि व्यक्ति की मृत्यु होती है तो उसके परिवार को एकमुश्त इतना पैसा मिल जाये की यदि उसे कहीं सुरक्षित जमा करा दिया जाये तो उसका interest व्यक्ति की सालाना कमाई के आस-पास हो और परिवार पर कोई आर्थिक संकट ना आ सके. ।
2. कम उम्र में जीवन बीमा लेना चाहीए जैसे जैसे उम्र बढती है वैसे-वैसे उसी बीमा राशि के लिए कम्पनियाँ ज्यादा premium charge करती हैं. तो बेहतर यही होगा कि आप कम उम्र में ही Life Insurance ले लें. ये ज़ाहिर सी बात है कि शुरू में आदमी कि income कुछ कम होती है इसलिए आप अपने budget के हिसाब से policy लें और जैसे जैसे income बढे और नयी policy लेकर अपना Life Insurance Cover बढ़ाएं।
3. Life Insurance को किसी उद्देश्य से जोड़कर देखें: जब किसी policy के साथ आप कोई उद्देश्य जोड़ देते हैं तो वो एक कागज के टुकड़े से बढ़कर हो जाती है.. ऐसे में इस policy के lapse होने के chances कम हो जाते हैं. आपके पास उसे regularly चलाने की एक वजह होती है. तो ज़रूरी है की आप अपने उद्देश्य को जानिए और उसके हिसाब से plan को चुनिए . आपका उद्देश्य अपने retirement के लिए पैसे जुटाने का हो सकता है, बच्चो की higher studies का हो सकता है या कुछ और...
4. बीमा कंपनी को सही जानकारी ही दें : Life Insurance का एक principle होता है, “Principle of Utmost Good Faith” जिसके मुताबिक कंपनी और ग्राहक दोनों को ही एक दूसरे को सही जानकारी देनी होती है. For Example: यदि किसी को diabetes है और वो application form में इस बात को नहीं बताता है और कुछ ही वर्षों में उसकी मृत्यु diabetes कि वजह से हो जाती है तो उसके परिवार वालों को बीमा राशि नहीं मिलेगी. इसलिए जरुरी है कि आप life insurance company को सही जानकारी दें।
5. लुभाने वायदों पे न जायें : यदि कोई इस तरह का वादा करता है कि वो तीन साल में आपके पैसे दुगुने कर देगा तो उससे कभी policy मत लीजिए. IRDA के नियम के हिसाब से कोई भी life insurance company आपको 10% से ज्यादा return नहीं दिखा सकती. यदि कोई आपको भ्रमित कर रहा है तो सावधान हो जाइये।
हो सकता बीमा खुशियाँ ना खरीद सके, लेकिन बीमा का ना होना खुशियाँ नष्ट कर सकती है ! बीमा पॉलिसी का होना जरुरी है............... इसे आप नजरंदाज नहीं कर सकते !
अधिक जानकारी के लिए आप संपर्क कर सकते है।
धन्यवाद् !
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