*** एलआयसी हमारा प्रिय संस्थान ***
विशालकाय है हम
.... विशालकाय है हम !
सात अजूबे इस
दुनिया मे आठवा हमारा संस्थान
कहने को तो बीमा
संस्थान है हम
लेकिन सच तो ए है
यारो
भारत के करोडो
दिलों मे विश्वास का स्थान है हम -२
विशालकाय है हम
.... विशालकाय है हम !
३० करोड पॉलिसी
होल्डर की अदभुत अद्वितीय शक्ति है हम -२
दस लाख से अधिक
अभिकर्ता और एक लाख कर्न्चारियों की तगड़ी फ़ौज है हम
विशालकाय है हम
.... विशालकाय है हम !
२०४८ शाखाओं का
हराभरा पेड है हम
सबसे बड़ा दिल है
हमारा -२
सौ प्रतिशत दावे
पूरे करने का.... वादा है हम
विशालकाय है हम
.... विशालकाय है हम !
कठोर परिश्रम और
उत्कृष्ठ सेवा से प्रेरित है हम
देश सेवा है धर्म
हमारा, प्रगत भारत का प्रन है हम
विशालकाय है हम
.... विशालकाय है हम !
कई आये और कई
आयेंगे ....
लेकिन इस
इंडस्ट्री के नायक है हम -२
जिंदगी के साथ भी
हम और जिंदगी के बाद भी है हम -२
विशालकाय है हम
.... विशालकाय है हम
प्रिय हमारा
संस्थान है , जिसका करोडो दिलो पर राज है
आज भारत को
सुरक्षित करते है हम -२
कल दुनिया को
सुरक्षित करने हा दृढ़ निश्चय है हम-२
इसलिए कहता हू
यारो
सात अजूबे इस
दुनिया मे आठवा हमारा संस्थान
कहने को तो यह एक
बीमा संस्थान है
लेकिन सच तो ये
है यारो
भारत के करोडो
दिलों मे विश्वास का स्थान है हम
विशालकाय है हम .... विशालकाय है हम
जय एलआयसी !
अशोक सोनकुसले,
विकास अधिकारी ठाणे शाखा क्र ९३३
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